Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana Options
Wiki Article
डर के सामने असहाय महसूस करना, भले ही आप जानते हों कि यह तर्कहीन है
अंत में, एक कुत्ते के नजदीक जाएँ और थोड़ी देर के लिए उसके साथ खेलें।
पर इस चीज़ की गारंटी है की वो इन पैसों से कभी खुश और निर्भीक नहीं रह पायेंगे.
किसी भी स्थिति में “फ्रीज़” हो जाते हैं
क्योंकि वो खुश नहीं होता और उसकी अंदरूनी ख़ुशी गुम हो चुकी होती है. उसका दिल हमेशा उसे इस बात का अहसास करवाता रहता है की उसने बहुत गलत काम किये हैं.
ज्यादा डर लगने से होता यह हैं मन में ऐसे विचार और घटनाएं आने लगती हैं, मन ऐसी घटनाओं की कलपना करने लगता हैं जो वास्तव में घटित ही नहीं हुईं होती हैं। यहीं डर लगने का मूल और असली कारण होता हैं अर्थात् डर लगने से आप और डरते हैं।
यदि कोई जानता है कि उसे किस बात से सबसे अधिक (भय) यानी डर लगता है तो उसके लिए डर को खत्म करना बहुत सारल हो जाता है। दरअसल डर एक प्रतिक्रिया है जो हमारी मनोदशा के रूप में सामने आता है जिसे हम तब महसूस करते हैं जब हमारी मनोदशा में किसी खतरे का अंदेशा होने लगता है
सम्मेलन अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मलेन
यदि असफलता का भय न हो तो विद्यार्थी पढ़ना छोड़ देंगे। यदि आपको बीमार होने का डर न हो, तो आप अपने स्वास्थ्य की देखभाल नहीं करेंगे। इसलिए जीवन में थोड़े डर के होने की उपयोगिता को पहचानें।
कई बार, हम लोग किसी स्थिति को खुद पर इतना हावी कर लेते हैं कि इसके लिए हमारे अंदर एक डर डेवलप हो जाता है जिसके कारण हम इनसिक्योर हो जाते हैं और इस डर से लड़ने की अपनी क्षमता को खो देते हैं। हम में से हर इंसान को किसी ना किसी चीज का डर होता है। किसी के लिए यह डर किसी को खोने का हो सकता है, या किसी काम को सक्सेसफुल तरीके से ना करने का, या फिर किसी के लिए यह डर अकेले रहने का हो सकता है।
हमारी साइट को यूज़ करने के साथ आप हमारी कुकी पॉलिसी से सहमति जताते हैं।कुकीज़ सेटिंग
अपने डर को तर्क से तोलें – “सबसे बुरा क्या हो सकता है?”
तो कहने का मतलब ये है की डर और घबराहट को click here बढाने में नशीली चीज़ों का बहुत बड़ा हाथ होता है. तो यदि आप पहले से ही डरे डरे रहते हैं तो ये चीज़ें आपको और ज्यादा कमजोर कर देती हैं.
उज्जैन. हर व्यक्ति के जीवन में कुछ न कुछ समस्याएं जरूर रहती हैं। कभी कोई समस्या जल्दी खत्म हो जाती है तो कोई समस्या लंबे समय तक बनी रहती है। इन समस्याओं का निदान छोटे-छोटे ज्योतिषीय उपाय करने से हो सकता है। जरूरत है तो बस उन पर पूरी तरह विश्वास करने की। आज हम आपको ऐसे ही छोटे-छोटे उपायों के बारे में बता रहे हैं जो आपकी कई समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।